Welcome to the guests at the wedding of Bihar.
How to welcome guests in marriage?
How to speak in Mahfil at Bihar’s wedding.
Dear Ladies and Gentlemen, I am delighted to be with you and the beautiful natural joy in this peaceful super wind moment. I am very happy to speak some words between all the respected and dignified people and beautified society. If there is any kind of linguistic error in speaking to me, please be kind to forgive and please take my spirit into your heart.
Today is not a day, but a very pleasant day. Today I am very happy to remember the true life of the mythical truth of life. This is not a story but it is the absolute truth. Today, people have been taking such inspiration from time immemorial.
When in the Treta era, the Eye was matched in the flower garden of Shri Ram and mother Sita, when the joy was celebrated on the holy meeting of Shri Krishna and Shri Radha. Today we are diving into the joy of happiness. The same union was transformed into a pure marriage when the same meeting. Today is the same moment between us.
You all know that marriage is a sacrament of life. Today, the soul of two countries is going to meet the soul of such a sacrament. The splendor of flowers on the four sides, the sweet music of the cuckoo, the soothing fragrance of the weather is making four moons in this sacred gathering of today. One village is going to build another village today in a holy relationship. There is a holy meeting like Shri Rama ji as bridegroom and Sita bride. I and you all are today wishing for the success of your life and do it.
Now I do not want to waste your precious time and I would like to say that the pair of these two are always safe.
बिहार के शादी में महफ़िल में कैसे बोले।
अतिथियों के स्वागत हेतु बिहार के शादी में बोले जाने वाले गध:-
शादीओ में अतिथिओ को स्वागत कैसे करे?
आरदरणीय दूर देश आये हुए बऱ्यात्रीगण एवं सरयात्रीगण आज के इस मांगलिक अति पवन क्षण में मै आप और मनोरम प्राकृतिक हर्ष से प्रफुलित हो रहे है। आप सभी आदरणीय और गणमान्य लोगो और सुशोभित समाज के बीच मुझे दो शब्द बोलते हुए बेहद खुशी हो रही है। यदि मुझसे बोलते हुए किसी प्रकार की भाषिक त्रुटि होगी तो क्षमा करने की कृपा करे और मेरी भावना को अपने दिल में उतारने का कृपा करेंगे।
आज एक दिन नहीं अपतु अति आनंदायी दिन है। आज मै पौराणिक सत्य जीवन की सत्य जीवनी स्मरण करते हुए बेहद खुश हो रहा हूँ । यह एक कहानी नहीं अपितु परमसत्य है। आज से नहीं अनादि काल से ही लोग ऐसे प्रेरणा लेते आरहे है।
जब त्रेता युग में श्री राम और माँ सीता का मिलान पुष्प वाटिका में नयन मिलान हुआ था, जब श्री कृष्णा और श्री राधा के पावन मिलन पर जो आनद होती थी। आज हमसब वही ख़ुशी के आनद में गोते लगा रहे है। वही मिलन जब पावन शादी में परिणित हुआ था। आज हमारे बीच वही क्षण है।
आप सभी जानते है की शादी जीवन का एक संस्कार है। आज ऐसी संस्कार में दो दूर देश के आत्मा का मिलन होने जा रही है। चारो तरफ खुशिओं की बौछार, कोयल की मधुर संगीत, मौसम की भीनी भीनी खुशबू आज के इस पावन मिलन में चार चाँद लगा रही है। एक गांव दूसरे गांव आज एक पावन सम्बन्ध में बांधने जा रही है। श्री राम जैसा वर और सीता जैसी की पावन मिलन हो रही है। मै और आप सभी आज इसके जीवन की नैया की सफल कामना कर रहे होंगे और करते है।
अब मै आपका बहुमूल्य समय नस्ट नहीं करना चाहूंगा और अंत कहना चाहूंगा की इस दोनों की जोड़ी सदा सलामत रहे । धन्यवाद।